तताँरा – वामीरो कथा
पाठ -3
तताँरा – वामीरो कथा – लीलाधर
मंडलोई
मौखिक
प्रश्नोत्तर
प्रश्न
1. तताँरा – वामीरो कहाँ की कथा है ?
उत्तर
- तताँरा – वामीरो अंडमान – निकोबार की कथा है ।
प्रश्न
2. वामीरो अपना गाना क्यों भूल गई ?
उत्तर
– वामीरो समुद्र के किनारे गीत गाने में डूबी हुई थी । अचानक समुद्र की लहर के
भिगोने पर हड़बड़ाहट में वो अपना गाना भूल गई ।
प्रश्न
3. तताँरा ने वामीरो से क्या याचना की ?
उत्तर
- तताँरा ने वामीरो से पुनः गाने की याचना की ।
प्रश्न
4. तताँरा – वामीरो के गाँव की क्या रीति थी ?
उत्तर
- तताँरा – वामीरो के गाँव की रीति थी कि उनका विवाह अपने ही गाँव के युवक या
युवती से होना आवश्यक था ।
प्रश्न
5. क्रोध में तताँरा ने क्या किया ?
उत्तर
– तताँरा ने क्रोध का शमन करने के लिए अपनी तलवार को धरती में घोंप दिया तथा
खींचते – खींचते दूर तक पहुँच गया। फलस्वरूप द्वीप दो समूहों में बँट गया ।
लिखित
प्रश्नोत्तर
प्रश्न
(क) 1. तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या मत था ?
उत्तर
- तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का मत था कि उसकी तलवार लकड़ी की जरूर है ,किन्तु उसमें अद्भुत दैवीय शक्ति विद्यमान है । उसकी तलवार लोगों के लिए
एक विलक्षण रहस्य थी ।
प्रश्न
(क) 2. वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया ?
उत्तर
- वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से यह जवाब दिया कि वह उसके कहने पर गाना क्यों
गाए ? उसे पता होना चाहिए कि दोनों गाँव में कोई संबंध नहीं और उनके गाँव में
किसी दूसरे गाँव के युवक से संबंध रखना वर्जित है । फिर वह इतना ढीठ है कि बार –
बार पूछने पर भी अपना नाम नहीं बता रहा ।
प्रश्न
(क) 3. तताँरा – वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया ?
उत्तर
- तताँरा – वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में यह परिवर्तन आया कि
निकोबारी दूसरे गाँव से भी आपसी वैवाहिक संबंध रखने लगे ।
प्रश्न
(क) 4. निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे ?
उत्तर
- निकोबार के लोग तताँरा को उसके हंसमुख व आत्मीय स्वभाव , नेकी , ईमानदारी , साहस और
निश्छल स्वभाव के कारण पसंद करते थे । वह स्वयं चाहे कितनी भी परेशानी में हो
परंतु हर पल सबकी मदद के लिए तैयार रहता था ।
प्रश्न
(ख)1.निकोबार द्वीप समूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या
विश्वास है ?
उत्तर
– पहले अंडमान – निकोबार द्वीप एक थे । उनके दो होने के पीछे तताँरा – वामीरो की
प्रेम की कथा प्रचलित है । दोनों अलग - अलग गाँव के थे । रीतिनुसार दोनों का
विवाह नहीं हो सकता था । दोनों रूढ़ियों में जकड़े हुए थे । पशु – पर्व के दिन जब
वामीरों की माँ ने उसका अपमान किया और वामीरों को भी बुरा भला कहा तो इसी बात को
लेकर तताँरा अत्यधिक क्रोध में था। क्रोधावेश में उसने अपनी लकड़ी की तलवार धरती
में गाड़ दी और उसे खींचते – खींचते दूर तक ले गया । परिणाम स्वरूप ज़मीन दो भागों
में विभक्त हो गई , जो थी अंडमान – निकोबार
।
इस प्रकार अपने तताँरा के क्रोध के
शमन के परिणामस्वरूप दोनों द्वीप अलग – अलग हो गए ।
प्रश्न
(ख) 2. तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया ? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए ।
उत्तर
– तताँरा अथक परिश्रम करने के बाद समुद्र किनारे टहलने निकला । सूरज समुद्र तले
लगे क्षितिज तले डूबने को था । समुद्र से ठंडी बयार आ रही थी । पक्षियों की
चहचहाहट क्षीण होने को थी ।मौसम रोमांचक और सुहाना था । शांत वातावरण में लहरों
का संगीत स्पष्ट सुनाई दे रहा था ।
प्रश्न
(ख) 3. वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया ?
उत्तर
– वामीरो से मिलने के बाद तताँरा का जीवन पूरी तरह परिवर्तित हो गया । वामीरो के
प्रथम दर्शन से ही तताँरा अपनी सुध – बुध खो बैठा । उसके गंभीर व शांत व्यवहार
में ऐसा पहली बार हुआ था । अपने व्यवहार पर वह स्वयं अचंभित व रोमांचित था । वह
उसी चट्टान पर रोज़ वामीरो की प्रतीक्षा करता जहाँ वह उससे पहली बार मिला था । वह
उसे देखने को लालायित रहता । उसकी दशा विक्षिप्तों सी हो गई थी ।
प्रश्न
(ख) 4. प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन
किए जाते थे ?
उत्तर
- प्राचीन काल में मनोरंजन और
शक्ति-प्रदर्शन के लिए ‘पशु – पर्व’ जैसे आयोजन किए जाते थे । पशु – पर्व में हृष्ट – पृष्ठ पशुओं का
प्रदर्शन होता था । इसमें युवकों का शक्ति – परीक्षण भी होता था । मनोरंजन के
लिए गीत – संगीत और नृत्य का
आयोजन होता था । कार्यक्रम के उपरांत
भोजन की व्यवस्था भी होती थी । लोग बढ़ –
चढ़ कर इस आयोजन का लाभ उठाते और आनंद
लेते ।
प्रश्न
(ख) 5. रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगे तब उनका टूट जाना ही अच्छा है । क्यों ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
– जब तक रूढ़ियाँ और मान्यताएँ लोक – कल्याण के लिए हों तब तक वह सही हैं । परंतु
जब वह इंसान के मन को तोड़ने लगें तो उन्हें तोड़ देना ही बेहतर होता है । अंडमान –
निकोबार द्वीप में परंपरा थी कि दो अलग – अलग गाँव के लड़का – लड़की आपस में
वैवाहिक संबंध नहीं रख सकते । इसी परंपरा की वजह से तताँरा – वामीरो का मेल
असंभव था । अंततः वे बिछड़ गए और वियोग में दोनों ने जान दे दी । किन्तु उनकी त्यागमयी
मृत्यु के परिणामस्वरूप यह रूढ़ी हमेशा के लिए टूट गई ताकि भविष्य में ऐसा किसी
के साथ न हो ।
प्रश्न
(ग) 1. जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती
में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा । आशय स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर
– तताँरा – वामीरो दोनों अलग - अलग गाँव के थे
। रीतिनुसार दोनों का विवाह नहीं हो सकता था । दोनों रूढ़ियों में जकड़े हुए थे ।
इसी बात को लेकर तताँरा अत्यधिक क्रोध में था।
इंसान जब आवश होता है तो वह अपना क्रोध दबाने के लिए किसी ऐसी जगह अपना
गुस्सा उतरता है जो प्रतिउत्तर न दे सके । सो , क्रोधावेश
में उसने अपनी लकड़ी की तलवार धरती में गाड़ दी और उसे खींचते – खींचते दूर तक ले
गया । परिणाम स्वरूप ज़मीन दो भागों में विभक्त हो गई ।
प्रश्न
(ग) 2. बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब
सकती थी ।
उत्तर
– तताँरा समुद्र किनारे वामीरो की प्रतीक्षा में था । वह काफ़ी देर तक वामीरो की
प्रतीक्षा करता रहा और लपाती के रास्ते पर नज़रें दौड़ाता रहा । उसे लग रहा था कि
वामीरो नहीं आएगी। लेकिन सहसा एक आकृति उसकी आँखों के सामने से गुज़री और उसकी
डूबती हुई निराशा आशा में परिवर्तित हो गई ।
अतिरिक्त प्रश्न
1.
निकोबार द्वीप समूह की विस्तृत जानकारी दें ।
2.
तताँरा के सौम्य व्यक्तित्व का वर्णन करें ।
3.
तताँरा वामीरों के प्रथम मिलन के संवाद को अपने शब्दों में लिखें ।
4.
तताँरा से मिलने के बाद वामीरो स्वयं को बेचैन क्यों महसूस करने लगी ?
5.
तताँरा वामीरो के दूसरे मिलन का वर्णन करें ।
6.
पशु – पर्व के दिन तताँरा और वामीरो के मिलन पर क्या हुआ ?
7.
द्वीप के दो टुकड़ों में बंटने के बाद तताँरा – वामीरो का क्या हुआ ?
8.
तताँरा को जहाँ विवाह की निषेध परंपरा पर क्षोभ था वहीं अपनी असहायता पर खीज ।परिणामस्वरूप
उसने क्या किया ?
9.
कथा का संदेश / मूल उद्देश्य स्पष्ट कीजिए ।
10.
प्रेम रूढ़ियों और बंधनों में नहीं पल सकता । सिद्ध कीजिए ।
अथवा
प्रेम संबंध किसी धर्म , जाति या सीमा के पाबंद नहीं होते । स्पष्ट कीजिए ।
11.
यह कथा एक सच्ची प्रेम गाथा है । सिद्ध करें ।
12.
वामीरो के व्यक्तित्व और चरित्र पर प्रकाश डालिए ।
13.
गाँव तथा परिवार वाले तताँरा और वामीरो के संबंध के विरुद्ध क्यों थे ?
14.
तताँरा और वामीरो परस्पर मिलने पर नि:शब्द क्यों रह गए ?
15.
पशु – पर्व में तताँरा का मन कार्यक्रम में क्यों नहीं लगा ?
16.
तताँरा को किसने अपमानित किया और क्यों ?
17.
तताँरा की अद्भुत शक्ति का प्रदर्शन कहानी के अंत में लेखक ने किस प्रकार
दर्शाया है ?
18.
निस्वार्थ भाव से किया गया त्याग समाज में परम्पराओं को परिवर्तित कर देता है ।
सिद्ध कीजिए ।
|
क
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