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टोपी शुक्ल

                 पाठ – 3 टोपी शुक्ला – राही मासूम रज़ा प्रश्न 1. इफ़्फ़न टोपी शुक्ला कहानी का महत्त्वपूर्ण हिस्सा किस तरह से है ?                              या        आपसी प्रेम – भाव को न तो किसी भाषा के और न ही किसी धर्म के बंधन में बांधा जा सकता है । पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए । उत्तर – इफ़्फ़न और टोपी सहपाठी होने के साथ – साथ अज़ीज़ दोस्त भी हैं , चाहे दोनों अलग – अलग धर्म से संबंध रखते हैं।   दोनों का व्यक्तित्व प्रायः पृथक रूप से विकसित हुआ है । दोनों को अलग – अलग पारिवारिक परम्पराएँ मिली हैं । दोनों की आत्मा में प्यार की प्यास थी । इफ़्फ़न तो अपने मन की बात दादी को या टोपी को कहकर मन हल्का कर लेता था परंतु टोपी के लिए इफ़्फ़न और उसकी दादी के अलावा कोई नहीं था । टोपी दादी से मिलने के लिए मार तक खा लेता...

आत्मत्राण

                                                                                पाठ – 9 आत्मत्राण – रवीन्द्रनाथ ठाकुर प्रश्न 1. कवि किससे और क्या प्रार्थना कर रहा है ? उत्तर – कवि ईश्वर से प्रार्थना कर रहा है कि वह उसे विपत्तियों से उबारने का काम न करें । वे केवल उसकी आंतरिक चेतना             में ऐसी क्षमता भरने का प्रयास करें , जिससे वह हर मुसीबत का सामना खुद कर सकें । भगवान से वह सिर्फ इतनी                 सहायता चाहते हैं कि वे केवल इतनी शक्ति दें कि मुसीबत में वह घ...

कर चले हम फ़िदा

                                         पाठ – 8 कर चले हम फ़िदा – कैफ़ी आज़मी प्रश्न 1. क्या इस गीत की कोई ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है ? उत्तर – यह गीत सन् 1962 के भारत – चीन युद्ध की पृष्ठभूमि में लिखा गया था । गीत वीर और करूण रस का मिला – जुला रूप है । जिस परिवेश में ‘ हक़ीक़त ’ फिल्म बनी , उस समय भारत कुछ वर्ष पहले ही आज़ाद हुआ था । देश बहुत सारी समस्याओं से घिरा था। चीन से युद्ध का भारत की अर्थ व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा था। उस समय एक ऐसे संदेश की आवश्यकता थी जो देशवासियों को उसके वीरों की कुर्बानियों से परिचित करवाए और उन्हें स्वावलंबी बनने की प्रेरणा दे सके । प्रश्न 2. ‘ सर हिमालय का हमने न झुकने दिया ’ – इस पंक्ति में हिमालय किस बात का प्रतीक है ? उत्तर – 1. हिमालय भारत का सिरमौर (सिर का मुकुट)       2. हिमालय के झुकने का अर्थ है – भारत का सम्मान कम होना ।  ...